Cane up.in गन्ने पर्ची कैलेंडर ऐसे चेक करेंगे एक क्लिक से
यूपी गन्ना पर्ची SMS 2023 गन्ना पेराई का काम नवंबर से शुरू होगा। किसानों के मोबाइल पर आएगा SMS चीनी मिल में गन्ना कब लाया जायेगा यूपी के गन्ना किसानों को गन्ना एसएमएस पर्ची प्राप्त करने के लिए अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर जांचना चाहिए। यदि फोन बंद है या नेटवर्क कवरेज से बाहर है तो गन्ना पर्ची का एसएमएस 24 घंटे के भीतर रद्द कर दिया जाएगा।
UP Ganna Parchi Calendar SMS 2023
गन्ना उत्पादन में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है। यूपी में सबसे ज्यादा गन्ने का उत्पादन यहीं होता है. आंकड़े बताते हैं कि यूपी में कुल गन्ना उत्पादन का 51% गन्ना और 38% चीनी उत्पादन है। देश की 520 चीनी मिलों में से 119 चीनी मिलें अकेले यूपी में हैं। यहां करीब 48 लाख किसान 46 लाख से ज्यादा चीनी मिलों को गन्ना मुहैया कराते हैं यूपी सरकार गन्ना भुगतान की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.
इस बीच यूपी के गन्ना विभाग ने किसानों के लिए गाइडलाइन जारी की है. बताया गया है कि गन्ना एसएमएस पर्ची प्राप्त करने के लिए किसान अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर जांच लें क्योंकि यदि फोन बंद है या नेटवर्क कवरेज से बाहर है तो अगले 24 घंटे में गन्ना पर्ची एसएमएस स्वत रद्द हो जाएगा
इस कारण से गन्ना SMS पर्ची रद्द हो सकती है
अक्सर गन्ना किसान पंजीकरण कराते समय गलत नंबर दर्ज करा देते हैं। कुछ किसान रजिस्टर्ड नंबर तो डाल देते हैं लेकिन कुछ दिन बाद नंबर बदल देते हैं। ऐसे में गन्ना विभाग से एसएमएस पर्ची मिलने में दिक्कत आ सकती है। कभी-कभी एसएमएस इनबॉक्स भरा होने पर भी गन्ना एसएमएस पर्ची रद्द हो सकती है। इन सभी कारणों से किसानों को गन्ने की आपूर्ति सुनिश्चित करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
गन्ना विभाग ने जारी किये दिशा-निर्देश
उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग और गन्ना विकास विभाग ने किसानों को गन्ने के लिए एसएमएस पर्चियां प्राप्त करने के लिए अपने पंजीकृत मोबाइल नंबरों की जांच करने का निर्देश दिया है। यदि आपको कोई समस्या आ रही है तो आप अपने गन्ना पर्यवेक्षक या समिति सचिव से भी संपर्क कर सकते हैं। गन्ना विभाग ने यह भी बताया है कि किसानों को गन्ना एसएमएस पर्ची मिलने तक नेटवर्क कवरेज एरिया में ही रहना होगा. ऐसा न करने पर गन्ना पर्ची का एसएमएस 24 घंटे के अंदर स्वत: निरस्त हो जाएगा। किसानों की मदद के लिए यूपी गन्ना विभाग ने एक हेल्पलाइन नंबर- 1800-121-3203 भी जारी किया है. आप यहां कॉल करके भी इस बारे में बात कर सकते हैं
किसानों के मोबाइल पर SMS आएगा कि उन्हें चीनी मिल में कब गन्ना लाना है
योजना का नाम | UP Ganna Parchi Calendar 2023 |
शुरू की गई | उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा |
वर्ष | 2023-24 |
यूपी के गन्ना विभाग ने किसानों के लिए गाइडलाइन जारी की है | गन्ना SMS पर्ची प्राप्त करने के लिए किसान अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर की जांच करा लें |
गन्ना पर्ची का एसएमएस 24 घंटे के अंदर स्वत निरस्त हो जाएगा | हेल्पलाइन नंबर- 1800-121-3203 भी जारी किया है |
कब लाना होगा चीनी मिल में गन्ना | नवंबर से शुरू होगा गन्ना पेराई का काम |
गन्ना विकास विभाग ने | गन्ना किसानों को SMS गन्ना पर्चियां भेजने का काम शुरू कर दिया है |
यदि आपको कोई समस्या आ रही है तो | गन्ना पर्यवेक्षक या समिति सचिव से भी संपर्क कर सकते हैं |
आधिकारिक वेबसाइट | https://caneup.in |
गन्ना पर्ची को लेकर अधिकारियों ने बताया समाधान
गन्ना SMSपर्ची प्राप्त करने में आ रही समस्या को लेकर गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने गन्ना किसानों से अपील की है कि वे अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर जांच लें। यदि किसान का नंबर गलत है या नया नंबर जारी हुआ है तो इसकी सूचना अपने गन्ना पर्यवेक्षक को दें और समिति सचिव से संपर्क कर नया नंबर अपडेट करा लें ताकि गन्ना आपूर्ति में कोई दिक्कत न हो।
उन्होंने यह भी बताया कि गन्ना विकास विभाग ने गन्ना किसानों को SMS गन्ना पर्चियां भेजने का काम शुरू कर दिया है। इस गन्ना पेराई सत्र में 82 चीनी मिलों ने लगभग 46.42 लाख गन्ना किसानों को गन्ना आपूर्ति करने के लिए कैलेंडर आधार पर 60 लाख गन्ना पर्चियां भेजी हैं। जारी किए गए हैं। कुल 60 लाख गन्ना पर्चियों में से 2.55 लाख पर्चियाँ राज्य के छोटे किसानों को कैलेंडर आधारित मोड पर जारी की गई हैं।
यूपी के 113 चीनी मिलों की आधिकारिक वेबसाइट
आज के समय में उत्तर प्रदेश में 113 चीनी मिलें कार्य कर रही हैं। इन चीनी मिलों के माध्यम से गन्ना विकास और वितरण से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए सरकार ने विभिन्न वेबसाइटें लॉन्च की हैं जो इस प्रकार हैं।
जनपद का नाम | चीनी मिल नाम | आधिकारिक वेबसाइट |
सहारनपुर | देवबन्द | www.kisaan.net/ |
सरसावा (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
ननौता (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
गागनौली | www.bhlcane.com | |
शेरमऊ | www.kisaan.net | |
मुजफ्फरनगर | मन्सूरपुर | www.krishakmitra.com |
खतौली | www.kisaan.net/ | |
रोहाना | www.kisaan.net | |
मोरना (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
तितावी | www.kisaan.net | |
टिकौला | www.kisaan.net | |
बुढाना | www.bhlcane.com | |
खाईखेडी | www.kisaan.net | |
शामली | ऊन | www.kisaan.net |
थानाभवन | www.bhlcane.com | |
शामली | www.kisaan.net | |
मेरठ | सकौती | www.kisaan.net |
दौराला | www.kisaan.net | |
मवाना | www.kisaan.net | |
किनौनी | www.bhlcane.com | |
नगलामल | www.kisaan.net | |
बागपत | रमाला (सहकारी) | www.upsugarfed.org |
मलकपुर | www.kisaan.net | |
गाज़ियाबाद | मोदीनगर | www.kisaan.net |
हापुड़ | सिम्भावली | www.kisaan.net |
ब्रजनाथपुर | www.kisaan.net | |
बुलन्दशहर | अनूपशहर (सहकारी) | www.upsugarfed.org |
अगौता | www.kisaan.net | |
साबितगढ | www.kisaan.net | |
बिजनौर | धामपुर | www.krishakmitra.com |
स्योहारा | www.kisaan.net | |
बिजनौर | www.wavesuger.com | |
चान्दपुर | www.pbsfoods.in | |
स्नेहरोड (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
बहादुरपुर | www.kisaansoochna.dwarikesh.com | |
बरकतपुर | www.kisaan.net | |
बुन्दकी | www.kisaansoochna.dwarikesh.com | |
बिलाई | www.bhlcane.com | |
अमरोहा | चंदनपुर | www.kisaan.net |
धनुरा | www.wavecane.in | |
गजरौला (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
मुरादाबाद | रानीनागल | www.kisaan.net |
बिलारी | www.shreeajudhiasugar.com/ | |
अगवानपुर | www.dewansugarsindia.com | |
बेलवाडा | www.kisaan.net | |
संभल | असमौली | www.krishakmitra.com |
रजपुरा | www.krishakmitra.com | |
रामपुर | बिलासपुर | www.upsugarfed.org |
मि.नरायनपुर | www.kisaan.net | |
करीमगंज | www.kisaan.net | |
पीलीभीत | पीलीभीत | www.lhsugar.in |
बीसलपुर (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
पूरनपुर (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
बरखेडा | www.bhlcane.com | |
बरेली | बहेडी | www.kisaan.net |
सेमिखेरा (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
मीरगंज | www.krishakmitra.com | |
नवाबगंज | www.oswalsugar.com | |
फ़रीदपुर | www.kisaansoochna.dwarikesh.com | |
बदायूँ | बिसौली | www.kisaan.org |
बदायूँ (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
कासगंज | न्योली | www.kisaan.org |
शाहजहाँपुर | रोज़ा | www.kisaan.net/ |
तिहार (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
निगोही | www.kisaan.net | |
मकसूदापुर | www.bhlcane.com | |
पुवायां (सहकारी) | http://www.upsugarfed.org/ | |
हरदोई | रूपापुर | www.dsclsugar.com |
हरियावा | www.dsclsugar.com | |
लोनी | www.dsclsugar.com | |
लखीमपुर | गोला | www.bhlcane.com |
ऐरा | www.kisaan.net | |
पलिया | www.bhlcane.com | |
बेलराया (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
सम्पूर्नानगर (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
अजबापुर | www.dsclsugar.com | |
खम्भारखेडा | www.bhlcane.com | |
कुम्भी | www.bcmlcane.com | |
गुलरिया | www.bcmlcane.com | |
सीतापुर | हरगाँव | www.kisaan.net |
बिसवाँ | www.gannakrishak.in | |
महमूदाबाद (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
रामगढ | www.kisaan.net | |
जवाहरपुर | www.kisaan.net | |
फर्रुखाबाद | करीमगंज | www.upsugarfed.org |
बाराबंकी | हैदरगढ | www.bcmlcane.in/kisaan-suvidha |
फैज़ाबाद | रोजागांव | www.bcmlcane.in/kisaan-suvidha |
मोतीनगर | www.kisaan.net | |
अम्बेडकरनगर | मिझोडा | www.bcmlcane.in/kisaan-suvidha |
सुल्तानपुर (सहकारी) | सुल्तानपुर | www.upsugarfed.org |
गोण्डा | दतौली | www.bcmlcane.in |
कुन्दरखी | www.bhlcane.in | |
मैजापुर | www.bcmlcane.in | |
बहराइच | जरवलरोड | www.kisaan.net |
नानपारा (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
चिलवरिया | www.kisaan.net | |
परसेंडी | www.parlesugar.com | |
बलरामपुर | बलरामपुर | ______ |
तुलसीपुर | www.bcml.in | |
इटईमैदा | www.bhlcane.in | |
बस्ती | बभनान | www.bcmlcane.in |
वाल्टरगंज | www.bhlcane.com | |
रुधौली | www.bhlcane.com | |
महाराजगंज | सिसवाबाज़ार | www.kisaan.net |
गडोरा | www.jhvsugar.in/ | |
देवरिया | प्रतापपुर | www.bhlcane.com |
कुशीनगर | हाटा | www.kisaan.net |
कप्तानगंज | www.kisaan.net | |
खड्डा | www.kisaan.net | |
रामकोला (पी.) | www.kisaan.net | |
सेवरही | www.kisaan.net | |
मऊ | घोसी | www.upsugarfed.org |
आजमगढ़ | सठिओं (सहकारी) | www.upsugarfed.org |
नवंबर से गन्ना पेराई शुरू हो जाएगी
यूपी के मुरादाबाद में चीनी मिलों में अक्टूबर से गन्ने की पेराई शुरू हो जाएगी नए गन्ना पेराई सत्र के लिए मंडल की सभी 22 मिलों को तैयार किया जा रहा है। मंडल भर में 8 लाख किसान गन्ना सप्लाई करते हैं। चालू सीजन में करीब 5 हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की खेती की गई है, हालांकि पिछले साल की तुलना में इस साल गन्ने का रकबा बढ़ा है.
पश्चिमी यूपी में गन्ने की खेती बड़े पैमाने पर होती है, जिसमें मंडल में भी किसान बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती करते हैं. इस वर्ष भी गन्ना किसान प्राथमिकता में हैं। हर साल चीनी मिलें अक्टूबर से चालू हो जाती हैं और अप्रैल तक चलती हैं। किसानों को गन्ने का एकमुश्त भुगतान मिलता रहे, जिससे उनकी आर्थिक जरूरतें पूरी होती हैं। जो गांव चीनी मिलों के नजदीक हैं, वहां किसान सीधे मिलों को गन्ना सप्लाई करते हैं।
गन्ना किसानों गन्ना एवं चीनी मिलों से संबंधित जानकारी
- गन्ना किसान जब चाहें चीनी मिल के बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- इसके माध्यम से यूपी के गन्ना किसान गन्ना और चीनी मिलों से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- इस पोर्टल के आने से अब राज्य के गन्ना किसानों को गन्ने का भुगतान पाने के लिए कहीं और भटकना नहीं पड़ेगा बल्कि वे घर बैठे ही सारी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे।
- पहले के समय में गन्ना पर्ची कैलेंडर खराब हो जाने के कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब इस पोर्टल के आ जाने से सभी सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएंगी जिससे गन्ना किसानों को अब कोई परेशानी नहीं होगी।
- सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 28 लाख किसान ई-गन्ना ऐप से जुड़ चुके हैं जिसका फायदा गन्ने की खेती में भी देखने को मिला है आपको बता दें कि इस बार गन्ने की पेराई 64 करोड़ क्विंटल से बढ़कर 112 करोड़ क्विंटल हो गई है
यूपी गन्ना पर्ची ऑनलाइन कैलेंडर चेक करे
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर लॉन्च किया गया है। गन्ना पर्ची कैलेंडर के माध्यम से किसान गन्ना आपूर्ति से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा चीनी मिल सेवा पर्ची, टोल भुगतान और विकास संबंधी समस्याओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। अब लाभार्थियों को ये विवरण प्राप्त करने के लिए किसी सरकारी कार्यालय में जाने की जरूरत नहीं है, इसे ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा। इस प्रणाली से समय की काफी बचत होगी और प्रणाली में पारदर्शिता भी आयेगी। राज्य के किसान गन्ना पर्ची पोर्टल के माध्यम से अपना गन्ना बेच सकेंगे। जिससे कालाबाजारी भी रुकेगी, इस व्यवस्था से पारदर्शिता आएगी तथा समय व धन की भी बचत होगी।
गन्ना खेती करने वाले किसानों के गन्ना बिक्री भुगतान एवं अन्य हितों को ध्यान में रखते हुए गन्ना पोर्टल caneup.in विकसित किया है। इस पोर्टल के माध्यम से राज्य के सभी गन्ना किसान इससे संबंधित सभी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे। खेती से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध है। अगर आप भी गन्ना किसान हैं तो आज का लेख आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है, क्योंकि इस लेख में हम आपके साथ यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी साझा करने जा रहे हैं। जैसे- उत्तर प्रदेश गन्ना पर्ची कैलेंडर क्या है, गन्ना पर्ची कैलेंडर के फायदे, ई-गन्ना ऐप डाउनलोड, गन्ना पर्ची कैलेंडर ऑनलाइन कैसे देखें, पोर्टल पर लॉगइन कैसे करें आदि। इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
गन्ना पर्ची कैलेंडर ऑनलाइन कैसे चेक करें
- गन्ना पर्ची कैलेंडर देखने के लिए सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा।
- इस होम पेज पर आपको किसान भाई अपना डेटा देखने के लिए नीचे क्लिक करें के विकल्प पर क्लिक करना होगा। विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जाएगा।
- इस फॉर्म में सबसे पहले आपको ऊपर दिया गया कैप्चा कोड भरना होगा। इसके बाद view पर क्लिक करें उसके बाद फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी जैसे आपके जिला फैक्ट्री, गांव आदि का चयन करना होगा।
- इसके बाद इसके नीचे आपको Select Grower का विकल्प मिलेगा इस विकल्प पर अपना नाम चुनें और फिर क्लिक करें।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने एक और पेज खुलेगा इस पेज पर आपको अपनी पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- फिर आपको नीचे 4 विकल्प दिखाई देंगे इन सभी विकल्पों में से आपको गन्ना कैलेंडर के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके सामने गन्ना पर्ची कैलेंडर खुल जाएगा।
Ravi Kumar has a BCA & Master’s degree in Mass Media and over 6 years of experience writing about government schemes, Yojana, recruitment, and the latest educational trends.